एक मेहमान, गौरव बच्चों को खेलते हुए देख रहे थे। खेल था एक दूसरे पर मोजा फेंककर मारना। सिद्धार्थ फेंकता और श्रेया उठाकर हमला करती।
गौरव देख रहा था। मै सुन रहा था।
गौरव: क्या खेल है?
श्रेया: मोजे से हमला करना है।
गौरव: तो कौन जीतेगा, जो ज्यादा बार मारेगा?
श्रेया: ये जीतने का खेल नही है, मजे के लिये खेल रहे हैं।
कुछ देर खामोशी।
गौरव: ऐसा करें, point system रखते है। एक बार लगा तो.....
सिद्धार्थ (बात काटते हुए): वैसा नही करना है। points गिनने मे बहुत time चला जाता है। खेलने का मजा भी नही आता है।
फिर खामोशी...