फिर वो यहां आई तो पता चला कि कहानी में बहुत कुछ और भी है। उससे बात करके जो पता चला वह लिख रहा हूं।
१. शादी के ६ महीने बाद विशाल (उसका पति) ने आत्महत्या करने की कोशिश की। कारण: उसने शेयर के सट्टे में ₹ ४५ लाख गवां दिए थे - वह भी शादी से पहले। सट्टे में लगाने के लिए पैसे उधार भी लिए थे। उधार चुकाने के लिए सोने की चैन, अंगूठी और कार गिरवी रखी। लेकिन उधार उतार नहीं पाया। इसके अलावा अपने भांजे से भी पैसे लगवाए। वह भी डूब गए। घरवालों को कुछ नहीं बताया था। जब उसके पिताजी को पता चला तो उन्होंने दस लाख से ज्यादा देकर कुछ उधार चुकाया। अभी भी ४-५ लाख क्रेडिट कार्ड का बिल बाकी है।
२. विशाल का काम शेयर बाज़ार में सट्टा करवाने का है। इंदौर में कई लोग यह काम करते हैं। फोन और इंटरनेट से लोगों को सट्टा करने को ललचाया जाता है। इस काम के लिए हर साल एक नई कंपनी खोलते हैं। किसी ग्राहक के ठगीकी शिकायत करते ही कंपनी बंद करके नई खोल देने का चलन है। विशाल भी यही करता है।
३. सट्टा करवाने के काम से शादी के बाद घर में कुछ कमाई नहीं आई। घर का खर्च ₹३-४ हजार का था जो दीपिका कि तनख्वाह से होता था। राशन और बाकी समान गांव से आता है। नए घर का कुछ समान दीपिका ने खरीदा। अब तक १ साल से ऊपर हो गया, लेकिन विशाल की कोई कमाई घर नहीं आयी। दीपिका की जामा पूंजी में अब कुछ पैसे बाकी है।
४. शादी के समय ऐसा बताया गया था कि विशाल ने घर खरीदा है। लेकिन वह घर उसके पिता और भाई के नाम है और उन्होंने ही उसका डाउन पेमेंट किया था। मासिक किश्त भी विशाल के पिता देते हैं। विशाल के पास घर खरीदने के पैसे कभी थे ही नही। अब तो कार भी नहीं है।
५. विशाल ने दीपिका को पहले ६ महीनों में अपने नुकसान और काम से आमदनी ना होने के बारे में कुछ नहीं बताया। पूछने पर टालता गया। दोनों में कई बार झगड़े हुए। जब सारी बात दीपिका को पता चली, तब भी झगड़े होते रहे। दोनों के वैवाहिक संबंध कभी ठीक नहीं रहे। इसके कारण झगड़े और बढ़े और कई बार २०-२५ दिनों तक बोलचाल बंद भी रही।
६. दीपिका शुरुआत से सारी बातें गोपाल से बताती रही। लेकिन गोपाल ने ये बातें किसी को नहीं बताई। दीपिका ने भी किसी और से नहीं कहा।
७. गोपाल और दीपिका का कहना है कि यह आपसी संबंध की समस्या है। विशाल का परिवार के विचार और रेहेन सेहेन भी दीपिका को पसंद नहीं।
८. मेरा मानना यह है कि इस शादी का फैसला अजीब ढंग से हुआ था। परिवार के सारे बड़ों ने फैसला गोपाल पर छोड़ दिया था। और गोपाल ने दीपिका पर। मैंने विशाल के काम को लेकर विरोध किया, लेकिन सब बड़ों ने उसे अनदेखा किया और गोपाल ने कहा कि दीपिका सब जानते हुए शादी कर रही है। जो तकलीफ होगी उसे सुलझानी पड़ेगी। मेरा मानना है कि इस तरह चलता रहा तो दीपिका किसी बड़ी मुसीबत में फंस सकती है। नहीं भी फांसी तो भी खुशी में रहेगी इसकी संभावना कम है।
९. मैं यह सब इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि मुझे यही करना चाहिए। हो सकता है मुझे फिर से अनसुना किया जायेगा। मुझे जो सही लगता है, वह नहीं होगा। दुख होगा, लेकिन पिछली बार से कम।
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